23 November 2024
बिज़नेस

अमेरिकी अभियोग के बाद अडानी समूह के बॉन्ड में दूसरे दिन भी गिरावट, निवेशकों में दहशत


अमेरिकी अभियोजकों द्वारा अडानी समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी पर कथित 265 मिलियन डॉलर की रिश्वतखोरी योजना के लिए अभियोग लगाए जाने के बाद से लगातार अडानी ग्रुप के शेयरों पर नकारात्मक असर देखने को मिला है। शुक्रवार, 22 नवंबर, 2024 को अडानी समूह के बांड पर दूसरे सीधे सत्र के लिए दबाव डाला गया है। ये जानकारी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में सामने आई है।

उदाहरण के लिए वर्ष 2027 में परिपक्व होने वाले अडानी पोर्ट्स और स्पेशल इकोनॉमिक जोन बांड का कारोबार डॉलर पर 92 सेंट पर हुआ और लंबी अवधि की परिपक्वता वाले बांड का कारोबार 80 सेंट के आसपास हुआ। ऐसा तब हुआ जब समूह ने निवेशकों को यह आश्वासन देने की कोशिश की कि यह एक “कानून का पालन करने वाला संगठन” है, उसने आरोपों को “निराधार और अस्वीकृत” बताया, तथा कहा कि वह “सभी संभव कानूनी उपाय” तलाशेगा। 

इसने कहा, “अडानी समूह ने हमेशा अपने संचालन के सभी क्षेत्रों में शासन, पारदर्शिता और विनियामक अनुपालन के उच्चतम मानकों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध रहा है।” “हम अपने हितधारकों, भागीदारों और कर्मचारियों को आश्वस्त करते हैं कि हम एक कानून का पालन करने वाला संगठन हैं, जो सभी कानूनों का पूरी तरह से अनुपालन करता है।” 

ये है मामला
गौरतलब है कि गुरुवार को अडानी समूह ने अमेरिका के उन आरोपों को “निराधार” बताया कि उनके अरबपति संस्थापक गौतम अडानी ने 250 मिलियन डॉलर से अधिक की रिश्वत दी है, जबकि विपक्षी नेता ने अडानी की गिरफ्तारी की मांग की। यह कड़ा खंडन ऐसे समय में आया है जब उद्योगपति के समूह के शेयरों में मुंबई में 23 प्रतिशत से अधिक की भारी गिरावट आई है, जबकि इससे एक दिन पहले न्यूयॉर्क में उन पर जानबूझकर अंतरराष्ट्रीय निवेशकों को गुमराह करने का आरोप लगाया गया था। समूह ने एक बयान में कहा, “अमेरिकी न्याय विभाग और अमेरिकी प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग द्वारा अडानी ग्रीन के निदेशकों के खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार हैं और उनका खंडन किया जाता है।” 



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *