खराब लाइफस्टाइल और गलत खानपान की वजह से ब्लड शुगर, पीसीओडी, थायराइड और मोटापा होने लगता है। पुरुषों की तुलना में महिलाओं में थायराइड की समस्या अधिक देखी जाती है। थाइराइड एक हार्मोन नियामक ग्रंथि होती है और इसमें इंबैलेंस होने का कारण हार्मोन जरुरत से ज्यादा मात्रा में उत्पादन करने लगते हैं। थायराइड को नियंत्रण रखने के लिए रोजाना खाली पेट एक दवा खाने के लिए दी जाती है।
धनिया का फायदा
अगर आप थायराइड की समस्या से परेशान हैं तो धनिया से अच्छा क्या हो सकता है। धनिया में मौजूद विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, जो शरीर में सेल्स को फ्री रेडिकल से होने वाले क्षति से बचाव करने में मदद करता है। थायराइड की ग्रंथि के लिए धनिया के बीजों से बेहतर पारंपरिक चिकित्सा में भी किया गया है।
हरे धनिया में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। हरा धनिया में विटामिन A, K और C, पोटैशियम, डाइटरी फाइबर, आयरन, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम और कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। धनिए में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट इम्यूनिटी को मजबूत करता है। इसके साथ ही थायराइड को कंट्रोल भी करता है और साथ ही कमजोरी, बैड कोलेस्ट्रॉल, दिमाग, दिल को स्वस्थ रखता है।
कैसे करें हरे धनिया का सेवन
थायराइड की समस्या से परेशान हैं, तो आप फ्रेश हरे धनिया की पत्तियों को पानी से धोकर साफ कर लें और इसे मिक्सी की मदद से पेस्ट बना लें और रोज सुबह के समय खाली पेट गुनगुने पानी के साथ मिलाकर सेवन करें। नियमित रुप से एक सप्ताह तक इसे पीने से थायराइड कंट्रोल हो सकता है। इसे आप 1 महीने तक पी सकते हैं इससे ज्यादा नहीं।
नींबू और शहद के साथ धनिया पत्ते का सेवन
आप चाहे तो धनिया के हरे पत्तो को ब्लेंडर या मिक्सी की मदद से इसका जूस बना सकते हैं। जूस जब बन जाएं तो इसमें नींबू का रस, शहद और आधा कप पानी अच्छे से मिला लें। फिर आप इसे खाली पेट सेवन करें।
धनिया की चाय पिएं
थायराइड के मरीजों दो चम्मच धनिया के बीजों को एक कप पानी में मिलाकर 10-15 तक मिनट उबालें और ठंडा होने के बाद इसका सेवन करें। इसे छानकर सुबह खाली पेट सेवन करें। आप चाहे तो इसमें शहद भी मिला सकते हैं।