कि भारत और अमेरिका के बीच संबंध एक मजबूत नींव पर बने हैं।
इधर भारत कारोबार और शेयर बाजार में काफी हलचल है। भारतीय उद्योगपति गौतम अदाणी पर अमेरिका में भारतीय अधिकारियों को 2200 करोड़ रुपये की रिश्वत देने के आरोप लगने के बाद उनकी कंपनियों के शेयरों में गिरावट का क्रम जारी है। शुक्रवार को बाजार खुलते ही उनकी कंपनियों के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। अभी यह दिन का शुरुआती कारोबार है। आगे और गिरावट आ सकती है। अरबपति उद्योगपति गौतम अदाणी पर अमेरिका में कथित रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी का आरोप लगाए जाने के बाद अदाणी समूह की दस सूचीबद्ध कंपनियों में से आठ के शेयरों में सुबह के कारोबार के दौरान गिरावट दर्ज की गई।
अदाणी समूह के शेयरों में भारी गिरावट के बाद बाजार टूटने के साथ ही निवेशकों की संपत्ति बृहस्पतिवार को 5.27 लाख करोड़ रुपये घट गई। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 422.59 अंक गिरकर 77,155.79 अंक पर बंद हुआ। दिन के कारोबार के दौरान यह 775.65 अंक या 0.99 प्रतिशत गिरकर 76,802.73 अंक पर आ गया था। बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 5,27,767.57 करोड़ रुपये घटकर 4,25,38,908.01 करोड़ रुपये (5.04 लाख करोड़ डॉलर) रह गया।
अमेरिकी अभियोजकों ने गौतम अडानी पर सौर ऊर्जा अनुबंधों के लिए अनुकूल शर्तों के बदले भारतीय अधिकारियों को 26.5 करोड़ डॉलर (लगभग 2,200 करोड़ रुपये) की रिश्वत देने की योजना का कथित रूप से हिस्सा होने का आरोप लगाया है।
अदाणी एंटरप्राइजेज, अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस, अदाणी पोर्ट्स और अदाणी ग्रीन एनर्जी समेत अदाणी समूह के अन्य सभी शेयरों में भी भारी गिरावट आई। एनटीपीसी, भारतीय स्टेट बैंक, आईटीसी, एशियन पेंट्स, बजाज फाइनेंस और बजाज फिनसर्व भी प्रमुख रूप से पिछड़ने वालों में शामिल रहे। पावर ग्रिड, अल्ट्राटेक सीमेंट, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और कोटक महिंद्रा बैंक लाभ में रहे।