रुद्रपुर पुलिस ने एसएसपी मणिकांत मिश्रा के निर्देश पर साइबर अपराध के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए अंतरराज्यीय साइबर धोखाधड़ी रैकेट का पर्दाफाश किया और इसके मास्टरमाइंड शैलेंद्र उर्फ शेरू चौहान को गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी 29 मई 2025 को रुद्रपुर कोतवाली में दर्ज एक मामले से जुड़ी है, जिसमें शांति कॉलोनी निवासी हरबंस लाल के पेटीएम खाते से 54,999 रुपये की अवैध निकासी की गई थी। राशि को देश के विभिन्न राज्यों के बैंक खातों में स्थानांतरित किया गया, जिससे इस अपराध के अंतरराज्यीय होने का खुलासा हुआ।
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तकनीकी जांच से मिला सुराग
रुद्रपुर कोतवाली और साइबर सेल की संयुक्त टीम ने शैलेंद्र की तलाश में अत्याधुनिक तकनीक का सहारा लिया। अभियुक्त के सोशल मीडिया अकाउंट्स, खासकर इंस्टाग्राम प्रोफाइल की गहन जांच की गई। उसकी पिछले सात वर्षों की पोस्ट्स के विश्लेषण से ग्वालियर, मध्य प्रदेश से उसका गहरा जुड़ाव सामने आया। इंस्टाग्राम पर साझा तस्वीरों में वह ग्वालियर के शोरूम्स, मॉल्स, रिसॉर्ट्स और होटलों में दिखाई देता था।
वाहनों ने खोला राज
पुलिस को सबसे बड़ा सुराग शैलेंद्र की महंगी गाड़ियों—फॉर्च्यूनर, स्कॉर्पियो, बलेनो, क्रेटा, रेंज रोवर और हुंडई—के साथ तस्वीरों से मिला। इन गाड़ियों के नंबर, मेक और मॉडल की जांच में पता चला कि ये विभिन्न लोगों के नाम और पतों पर पंजीकृत थीं, लेकिन सभी का लिंक ग्वालियर से जुड़ा था। एक गाड़ी शैलेंद्र के नाम पर थाटीपुर, ग्वालियर से पंजीकृत थी, जिसने उसके ठिकाने की पुष्टि की।
ग्वालियर से बरेली तक पीछा
8 जून को रुद्रपुर पुलिस की विशेष टीम ग्वालियर पहुंची। स्थानीय पुलिस के सहयोग से अभियुक्त के घर की पहचान की गई, लेकिन 9 जून को पता चला कि वह अपने साथियों की गिरफ्तारी के डर से फरार हो चुका था। मुखबिरों से मिली सूचना के आधार पर पुलिस को पता चला कि शैलेंद्र बरेली की ओर भागा है। 11 जून को रामपुर रोड पर आर्क होटल के पास पुलिस ने उसे धर दबोचा।
अपराधिक इतिहास और आगे की जांच
जांच में खुलासा हुआ कि शैलेंद्र के बैंक खातों पर हिमाचल प्रदेश और हैदराबाद, तेलंगाना में भी साइबर धोखाधड़ी की शिकायतें दर्ज हैं। यह उसकी अंतरराज्यीय साइबर अपराध रैकेट में सक्रिय भूमिका को दर्शाता है। एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने कहा कि शैलेंद्र की गिरफ्तारी से रैकेट के अन्य सदस्यों और उनके कार्यप्रणाली का पता लगेगा। पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है और साइबर अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रखेगी।