[ad_1]
🔗 हाल की पोस्ट पढ़ें:
➡ तेज हवा में गिरा मेघनाद का पुतला, रावण और कुंभकर्ण को सुरक्षित किया गया➡ पंत विवि के विद्यार्थियों का रूस में पशु चिकित्सा शोध यात्रा: अंतरराष्ट्रीय सहयोग से मिलेगा नया आयाम➡ रुद्रपुर: डिलीवरी ब्वॉय और गार्ड में झगड़ा, मेट्रोपोलिस कॉलोनी गेट पर घंटों जाम, माफी के बाद खत्म हुआ विवादमुंबई । गुजरात में धोलेरा विशेष निवेश क्षेत्र (एसआईआर) की रियल एस्टेट परिसंपत्तियों में सालाना 2,000-3,000 करोड़ रुपये का नया निवेश हो रहा है। एक रियल एस्टेट डेवलपर ने कहा कि इसमें मुख्य रूप से उत्तर भारत के निवेशक भूमि और भूखंड खरीद रहे हैं। डेवलपर ने कहा कि ये निवेश परियोजना में बढ़ते विश्वास को दर्शाते हैं। धोलेरा एसआईआर परियोजना को केंद्र और गुजरात सरकार द्वारा अहमदाबाद से लगभग 100 किलोमीटर दूर एक विशेष उद्देश्यीय कंपनी धोलेरा इंडस्ट्रियल सिटी डेवलपमेंट लिमिटेड (डीआईसीडीएल) के माध्यम से संयुक्त रूप से विकसित किया जा रहा है।
साल 2016 में गठित डीआईसीडीएल में 51 प्रतिशत स्वामित्व गुजरात सरकार और 49 प्रतिशत केंद्र सरकार के पास है। अहमदाबाद स्थित डेवलपर आइजी ग्रुप ने एक बयान में कहा कि अधिकांश निवेश भूमि और भूखंडों में आ रहा है। यह निवेश मुख्य रूप से पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, गुरुग्राम और नोएडा के निवेशकों से आ रहा है।
आइजी ग्रुप के संस्थापक ललित परिहार ने कहा, “हर साल हम जमीन और भूखंड में 2,000-3,000 करोड़ रुपये का नया निवेश देख रहे हैं। यह ज़्यादातर पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, गुरुग्राम और नोएडा से आ रहा है।” उनके अनुसार, निवेशक दिल्ली-मुंबई औद्योगिक गलियारे के अंतर्गत आने वाली परियोजना धोलेरा एसआईआर में अपने प्रारंभिक निवेश पर कुछ वर्षों में अच्छा रिटर्न पा सकते हैं। समूह ने कहा कि परियोजना के लिए पहले चरण के बुनियादी ढांचे का लगभग 95 प्रतिशत काम गुजरात सरकार द्वारा पहले ही पूरा कर लिया गया है।
[ad_2]
Source link