अधिकारी सामूहिक प्रयास करें, तो डाक विभाग को लाभ में लाना संभव : Jyotiraditya Scindia

अधिकारी सामूहिक प्रयास करें, तो डाक विभाग को लाभ में लाना संभव : Jyotiraditya Scindia

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नयी दिल्ली । केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि अगर अधिकारी एकजुट होकर काम करें और लक्ष्य हासिल करने के लिए सामूहिक प्रयास करें तो डाक विभाग को लाभ में लाना संभव है। डाक विभाग में अधिकारियों के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए सिंधिया ने कहा कि एक सदी से भी ज्यादा पुराना डाक विभाग वर्ष 1952 से भारत की संस्कृति और इतिहास से गहराई से जुड़ा हुआ है, जब पहला डाक टिकट जारी किया गया था और अब बदलाव का समय है। उन्होंने कहा कि डाक विभाग भारत सरकार के लिए एक लागत वाला केंद्र (खर्च वाली जगह) है। 
सिंधिया ने कहा, ‘‘मैंने आज बहुत ही ऊंचे स्तर पर एक बहुत ही मजबूत दृष्टिकोण और एक मजबूत लक्ष्य रखा है, हम भारत सरकार के लिए एक लागत केंद्र हैं। हमारा राजस्व प्रवाह 12,000 करोड़ रुपये है। हमारा लागत प्रवाह 36,000 करोड़ रुपये है। ऐसा क्यों है कि मेरा परिवार सरकार के लिए लाभ केंद्र नहीं बन सकता? यह एक बड़ा लक्ष्य है। 12,000 करोड़ रुपये के राजस्व से 40,000 करोड़ रुपये तक जाना, लेकिन यह संभावना के दायरे से बाहर नहीं है।’’ 
उन्होंने कहा कि यदि विभाग ‘‘एक टीम, एक दृष्टि, एक लक्ष्य, एक परिणाम’’ के सफलता सूत्र को लागू करता है, तो लक्ष्य को प्राप्त करना संभव होगा। मंत्री ने कहा कि डाक विभाग के नेतृत्व को दीर्घकालिक दृष्टि के लिए प्रेरित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि नवाचार करने, नए विचारों को अपनाने, प्रोटोटाइप बनाने और सेवाओं के साथ अवधारणाओं के प्रमाण को दोहराने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि डाकघरों को आम आदमी के लिए दुनिया की एक खिड़की और सभी सेवाओं के लिए वन-स्टॉप शॉप बनना चाहिए, जिसका कोई भी नागरिक लाभ उठाना चाहेगा।

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